प्रेस विज्ञप्ति*केन्द्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ के 'सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल' प्रचार प्रसार कार्यक्रम का दूसरा दिन देश की 'नारी शक्ति' को समर्पित**“महिला और पुरुष एक दूसरे के विपरीत नहीं हैं, बल्कि प्रकृति ने इन्हें एक दूसरे का पूरक बनाया है।” - स्क्वाड्रन लीडर डॉ तूलिका रानी**“वन स्टॉप सेंटर’ केन्द्रों का लक्ष्य उद्योग, नौकरी और अन्य मदद से महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है” - श्रीमती अर्चना सिंह**“जब एक महिला आर्थिक रूप से सशक्त होती है, तो वह अपने बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य बेहतर ढंग से सुनिश्चित करती है।” - डॉ. हिमानी श्रीवास्तव*लखनऊ, 15 अक्टूबर 2025केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), लखनऊ द्वारा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित पाँच दिवसीय कार्यक्रम का दूसरा दिन 'नारी शक्ति तथा महिला एवं बाल विकास' के विषय को समर्पित रहा। कार्यक्रम की अतिथि एवम् वक्ता स्क्वाड्रन लीडर डॉ तूलिका रानी ने रक्षा सेवाओं में महिलाओं के लिए बढ़ते अवसरों पर प्रकाश डाला। समाज में महिला-पुरुष समानता पर बल देते हुए उन्होंने कहा, “महिला और पुरुष एक दूसरे के विपरीत नहीं हैं, बल्कि प्रकृति ने इन्हें एक दूसरे का पूरक बनाया है।” अपने संबोधन में  उन्होंने "ऑपरेशन सिंदूर" का विशेष उल्लेख करते हुए उसमें महिला शक्ति द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।कार्यक्रम में अतिथि एवम् वक्ता वन स्टॉप सेंटर, लखनऊ की प्रभारी, श्रीमती अर्चना सिंह ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश सरकार के ‘वन स्टॉप सेंटर’ की स्थापना की प्रशंसा करते हुए बताया कि इन केन्द्रों का लक्ष्य उद्योग, नौकरी और अन्य मदद से महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने आगे अपने संबोधन में केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के विकास एवं सशक्तिकरण हेतु चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। कार्यक्रम में अतिथि एवम् वक्ता युवा उद्यमी डॉ. हिमानी श्रीवास्तव ने आर्थिक आत्मनिर्भरता को महिला सशक्तिकरण का मूल आधार बताया। उन्होंने बिना किसी केमिकल और एडिटिव्स के खाद्य प्रसंस्करण (फ़ूड प्रोसेसिंग) में अपने सफल व्यवसाय का उदाहरण देते हुए सरकार की व्यापार-समर्थक नीतियों, विशेषकर जीएसटी दरों में कटौती की प्रशंसा की। डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि जब एक महिला आर्थिक रूप से सशक्त होती है, तो वह अपने बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य बेहतर ढंग से सुनिश्चित करती है, जिससे पूरे परिवार और समाज का विकास होता है। डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य श्री संजय सिंह ने आज के कार्यक्रम के बारे में अपने संदेश में कहा कि आज के कार्यक्रम का विषय जो देश की नारी शक्ति को समर्पित था वह अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। केंद्रीय संचार ब्यूरो के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों का समावेश बहुत ही उत्कृष्ट है।कार्यक्रम के दूसरे दिन के शुभारंभ में सीबीसी निदेशक श्री मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि 'विकसित भारत' का निर्माण महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के बिना असंभव है।आज की थीम को ध्यान में रखते हुए, छात्राओं एवं बच्चों के लिए विशेष रूप से भाषण, मेहंदी, चित्रकला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त दिन भर चले कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता रहा और भोजपुरी लोकगीत झंकार एंड पार्टी की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम को समावेशी बनाने हेतु मूक-बधिर दर्शकों के लिए साइन लैंग्वेज (सांकेतिक भाषा) की भी विशेष व्यवस्था की गई थी।इसके साथ ही, ‘नारी शक्ति’ और 'ऑपरेशन सिन्दूर' जैसे विषयों पर आधारित 80 से अधिक पैनलों वाली चित्र प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई रही। इस मौके पर केंद्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री जय सिंह, श्री लक्ष्मण शर्मा, श्री अमन त्रिपाठी, श्री प्रेम सिंह नेगी, श्री जितेंद्र पाल सिंह और विश्वविद्यालय के डॉ यशवंत विरोदय, प्रोफेसर, डॉ कौशिकी सिंह, सह आचार्य, डॉ रंजीत सिंह, डॉ सुधा सिंह सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी व गणमान्य लोग मौजूद रहे।*****
*केन्द्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ द्वारा “सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल” प्रदर्शनी एवं जनसंपर्क कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ**पद्मश्री श्री राम सरन वर्मा ने किया उद्घाटन; सुबह 10 से शाम 6 बजे तक नि:शुल्क प्रवेश**प्रदर्शनी में 'ऑपरेशन सिन्दूर’ और ‘किसानों व वंचितों के सम्मान’ की झलक*14 अक्टूबर, 2025केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), लखनऊ द्वारा “विकसित भारत का अमृत काल: सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल” विषय पर आयोजित पाँच दिवसीय मल्टीमीडिया प्रदर्शनी एवं जनजागरूकता कार्यक्रम का आज डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के अटल प्रेक्षागृह में भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पद्मश्री श्री राम सरन वर्मा, विशिष्ट अतिथि श्री रोहित सिंह, कुलसचिव, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, प्रो. वी. के. सिंह, अधिष्ठाता (शैक्षणिक), डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय तथा श्री दुर्गेश त्रिपाठी, वरिष्ठ समाजसेवी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। माननीय अतिथियों ने विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित “चित्र प्रदर्शनी” का भी अवलोकन किया। यह प्रदर्शनी भारत सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को प्रदर्शित करती है जिनमें “ऑपरेशन सिन्दूर” और “किसानों व वंचितों का सम्मान” जैसे विषयों पर 80 से अधिक विशेष पैनल शामिल हैं।  मुख्य अतिथि पद्मश्री श्री राम सरन वर्मा ने अपने संबोधन में कृषि के माध्यम से आत्मनिर्भरता और गरीबी उन्मूलन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “जब किसान नई तकनीक अपनाता है, तो पूरा समाज समृद्ध होता है।” उन्होंने सरकार की योजनाओं—ड्रोन दीदी, प्रधानमंत्री जन धन योजना, फसल बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना और उड़ान का उल्लेख करते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों में भारत ने बहुआयामी प्रगति की है।  विश्वविद्यालय के कुलपति, आचार्य श्री संजय सिंह जी ने अपने संदेश में केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, लखनऊ द्वारा 'विकसित भारत का अमृत काल: सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल' विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम की अत्यंत सराहना की। उन्होंने सीबीसी लखनऊ द्वारा लगायी गई चित्र प्रदर्शनी को शिक्षकों, छात्रों एवं आम जनमानस के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक बताया और सभी से इस कार्यक्रम तथा चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन करने का आग्रह किया।विशिष्ट अतिथि श्री रोहित सिंह ने कहा कि भारत आज आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है और ‘आपरेशन सिन्दूर’ इसकी सफलता का उदाहरण है। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय दिव्यांगजन के पुनर्वास व सशक्तिकरण के लिए सतत प्रयत्नशील है जो आज की थीम के अनुरूप है।  कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. वी. के. सिंह ने अपने संबोधन में केंद्रीय संचार ब्यूरो के कार्यक्रम की सराहना की और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को धन्यवाद देते हुए, सभी छात्रों, शिक्षको और जनमानस से इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का अनुरोध किया।वरिष्ठ समाजसेवी श्री दुर्गेश त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में कहा कि पिछले 11 वर्षों में युवाओं को हर क्षेत्र में स्वाभिमान से आगे बढ़ने के अवसर मिले हैं। उन्होंने जनकल्याण योजनाओं के प्रचार-प्रसार में केंद्रीय संचार ब्यूरो के योगदान की सराहना की।  कार्यक्रम के शुरुआत में सीबीसी लखनऊ के निदेशक श्री मनोज कुमार वर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य पिछले 11 वर्षों में सरकार द्वारा सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को जन-जन तक पहुँचाना है।कार्यक्रम में ज्ञानवर्धक एवं मनोरंजक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। रविशंकर बिरहा एंड पार्टी के सांस्कृतिक प्रदर्शन तथा ज़ैदी मैजिक समूह के प्रदर्शन एवं माइंड रीडिंग शो ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।  मुख्य आयोजन से पूर्व 12 और 13 अक्टूबर को दो दिवसीय पूर्व-प्रचार अभियान चलाया गया, जिसके अंतर्गत ‘चेतना रथों’ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इन रथों ने लखनऊ जनपद में बैनर, पोस्टर, पैम्फलेट, स्टीकर और होर्डिंग्स के माध्यम से व्यापक प्रचार किया। पाँच दिवसीय यह कार्यक्रम सभी नागरिकों के लिए नि:शुल्क खुला रहेगा।  इस अवसर पर केन्द्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री जय सिंह, श्री लक्ष्मण शर्मा, श्री अमन त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेंद्र विश्वकर्मा “हरिहर” ने किया।*****
मुख्यमंत्री दानवीर भामाशाह जी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर आयोजित ‘व्यापारी कल्याण दिवस’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए
मुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक जनपदों एवं विकासखण्डों की प्रगति की समीक्षा की
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, बरेली का 11वां दीक्षांत समारोह देश की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ
मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद में मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया
अन्तरराष्ट्रीय एम0एस0एम0ई0 दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम